अन्ना हजारे: किसानों की मांगे नहीं मानी, तो भूख हड़ताल करूँगा

किसानों के संबंध में उनकी मांगें केंद्र ने  जनवरी महीने  के अंत तक स्वीकार नहीं किया गया की तो अन्ना हजारे भूख हड़ताल करेंगे। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने सोमवार को चेतावनी। 

यह भी पढ़े - केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 31 जनवरी तक सख्त निगरानी और एहतियात बरतने के निर्देश दिए


रविवार को  अन्ना हजारे ने  पत्रकारों से  कहा की वह पिछले तीन साल से  किसानों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार ने कोई कदम  इन मुद्दों के समाधान के लिए  नहीं उठाया।

यह भी पढ़े - भारत ने चीनी नागरिकों की यात्रा पर लगाया प्रतिबंध, एयरलाइंस को दिए निर्देश


उन्होंने कहा की केवल सरकार खोखले वादे करती है। इसलिए मुझे विश्वास नहीं। मेरी मांगों पर सरकार  क्या कदम उठाती है। एक माह  का समय उन्होंने मांगा है।  जनवरी अंत तक का समय मैंने उन्हें दिया है। मांगे पूरी नहीं हुईं तो  भूख हड़ताल करूंगा। अन्ना हजारे ने कहा कि यह मेरा आखिरी प्रदर्शन होगा।


14 दिसंबर को अन्ना हजारे ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को  पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि अगर मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो  भूख हड़ताल करेंगे।


महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरिभाऊ बागाडे व भाजपा के वरिष्ठ नेता हरिभाऊ बागाडे ने हाल ही में हजारे से मुलाकात कर केंद्र द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के बारे में अवगत कराया था। हजारे ने आठ दिसंबर को किसान संगठनों के भारत बंद के समर्थन में  केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर उपवास रखा था।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने